DELHI LADAKH ROAD TRIP PART 2
लेह – लद्दाख लेह…जैसे की अपेक्षा कर रहे थे की लेह में ठण्ड होगी ऐसा कुछ नही था बल्कि धुप में खड़े होने पर तो गर्मी महसूस हुई,सारे रास्ते नंगे भूरे लाल पहाड़ देखे थे जिनपर वनस्पति का नामो निशान नही दिखा पर लेह में भरपूर हरियाली थी बिल्कुल रेगिस्तान में नखलिस्तान की तरह,छाँव में मात्र ठंडक का अहसास हो रहा था।सैलानियों में सारे विदेशी ही नज़र आये एक्का दुक्का भारतीय, एक बात और यहाँ प्री पेड मोबाइल फ़ोन नही चलते सिर्फ पोस्ट पेड वो भी सिर्फ बीएसएनएल के। हेमीस मोनेस्ट्री और शे पैलेस आज का दिन हमने लेह में ही बिताने का निश्चय किया ताकि 4 दिन की यात्रा से कुछ राहत मिले,नाश्ता आदि के उपरान्त हेमीस मोनेस्ट्री देखने गये जो थोड़ी ऊंचाई पर थी,दर्शन उपरान्त वहा के एक बौद्ध भिक्षु ने लेह की कोई विशेष चाय पिलायी,आसपास सुन्दर दृश्यावली थी कुछ समय वहा बिता के शहर से 15 किमी दूर शे पैलेस पहुचे,नामग्यार शासको द्वारा बनाया सोलहवी सदी का ये महल आज भी उतना ही खुबसूरत है और ये सिर्फ लकड़ी और मिटटी से बने है। यहाँ माचिस की डिब्बी समान छोटे छोटे से घर देखके अजीब लगा जिनमे छोटी सी खिड़की बनी रह...